क्षमा उत्तम
- अंत:करण को अंजुली बनाकर के …..
क्षमा का दान दें ।
श्री नीलेश भैया
- लंबा है जीवन, गल्तियां अपार !
आपके पास है क्षमा भाव अपरंपार,
कर लीजिये विनती स्वीकार !
क्षमा करें हमें हर बार,
क्षमावाणी पर्व को करें साकार ।
श्री सौरभ, अंशु, सुकृति & तनुशा जैन
- भूल होना प्रकृति है,
मान लेना संस्कृति है,
सुधार लेना प्रगति है । अंत:करण से क्षमायाचना करते हैं ।श्री अरविन्द & निशा बड़जात्या