खुशी

खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुजर गयी, पर खुश ना हो सके ।
एक दिन अहसास हुआ, खुश तो वो लोग हैं जो खुशियाँ बाँट रहे हैं ।

(श्री संजय)

Share this on...

One Response

  1. मानव स्‍वभाव होता है कि वो दूसरों को देखकर जीता है इसलिए हमेशा दुखी रहता है।
    अत: हमें स्‍वयं को देखकर जीना सीखना चाहिए,
    और अगर हम ऐसा करते हैं तो हमेशा खुश रहेंगे और दूसरों को भी खुश रख सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

February 21, 2013

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031