गोत्र

श्री धवला जी के अनुसार 6 भेद हैं ।

  • उच्च-उच्च : गोत्र उच्च, कर्म भी उच्च
  • उच्च : पैदा उच्च में, कर्म साधारण
  • उच्च-नीच : पैदा उच्च में, कर्म नीच
  • नीच-उच्च : गोत्र नीच, कर्म उच्च
  • नीच : पैदा नीच में, कर्म साधारण
  • नीच-नीच : गोत्र नीच, कर्म भी नीच

पाठशाला

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