जरायुज

भोगभूमज तथा तीर्थंकर गर्भज-जरायुज होते हैं। पर गर्भ से बाहर आने पर “जरायु*” नहीं रहता।

मुनि श्री सुधासागर जी

* जन्म के समय बच्चों पर आवरण।

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8 Responses

  1. ‘पर गर्भ से बाहर आने पर “जरायु*” नहीं रहता।’ Yahi भोगभूमज तथा तीर्थंकर गर्भज aur manushyon me difference hai, right ? What about ‘tiryanch’ ?

    1. अच्छा प्रश्न है,
      हाँ, साधारण मनुष्य से यही फर्क है।
      भोगभूमिज तिर्यंच के भी जरायु हट जायेगा क्योंकि उनके माता-पिता का भी तो जन्म देते ही मरण होता है। जरायु हटायेगा कौन !

    1. कर्मभूमि के पालतू तिर्यंच तो जरायु चाट-चाट कर हटाते हैं।
      जंगली, जरायु बिना ही पैदा होते हैं।

  2. गर्भ से बाहर आने पर, ‘तीर्थंकर’, ke ‘जरायु’ kyun नहीं rehta hai?

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