टोकना

कुत्ता नये लोगों पर ही भौंकता है ।
हम पुरानी बातों पर भी ।

चिंतन

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One Response

  1. यह कथन बिलकुल सही है …
    आजकल, इनसान को टोकने की आदत, बहुत ख़राब हो गई है; एेसा लगने लगा है, वह भी कुत्तों की तरह भौंकने लगता है । यदि, लोग धर्म से जुडने का प्रयास करें, तो समस्या का समाधान हो सकता है ।

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