णमोकार
गैंद चारौ ओर से Perfect गोल होती है, ऊपर से/ नीचे से, उसके एक-एक Segment में भी Perfect गोलाई होती है।।
णमोकार मंत्र भी ऐसा ही है, ऊपर से, नीचे से, एक-एक Segment (छंद) Perfect/ Same Effect.
चिंतन
गैंद चारौ ओर से Perfect गोल होती है, ऊपर से/ नीचे से, उसके एक-एक Segment में भी Perfect गोलाई होती है।।
णमोकार मंत्र भी ऐसा ही है, ऊपर से, नीचे से, एक-एक Segment (छंद) Perfect/ Same Effect.
चिंतन
One Response
णमोकार को महामंत्र कहते हैं, उपरोक्त मंत्र अनादिकाल से माना गया है। उपरोक्त मंत्र को आचार्य पुष्पदंत एवं भुतवली स्वामी ने प्राकृत भाषा में लिपिबद्ध किया था। उपरोक्त महामंत्र ही जीवन का कल्याण करने में समर्थ है।