देव-दर्शन

देव-दर्शन का मुख्य उद्देश्य ?
प्रसन्नता प्राप्त करना….
1. भगवान सब अभावों में भी प्रसन्न रहते हैं। भगवान की दृष्टि अपने पर रहती है। हम भी अपनी दृष्टि “पर” से हटाकर ही प्रसन्न/ शांत/सुखी रह सकते हैं।
2. नित्य उनके दर्शन करके प्रसन्नता के लिये प्रेरित हो सकते हैं।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी

Share this on...

One Response

  1. मुनि प़णयमसागर महाराज जी ने देव दर्शन का मुख्य उद्देश्य बताया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन का कल्याण करना है तो हमेशा देव दर्शन करना परम आवश्यक है ताकि अपने कुछ कर्म कटने में सहायक हो!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

May 17, 2023

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930