धर्म ध्यान

धर्म ध्यान से अभाव मिटे ना मिटे, पर स्वभाव परिवर्तित होने से समभाव ज़रूर आता है ।

Share this on...

One Response

  1. यह कथन बिलकुल सत्य है – – –
    धर्म ध्यान से, स्वभाव में परिवर्तन से समभाव, ज़रूर आ जाता है ।अतः धर्म ध्यान करना आवश्यक है; इससे दुःख कष्ट नहीं मिटेंगे, लेकिन उसको सुधारने के साधन, अवश्य मिल जाते हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

October 9, 2017

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930