संसार सागर की तरह है। संसार के उद्धार के लिये धर्म का आश्रय लेना चाहिए जो आक्सीजन की तरह है। अतः धर्म भी आक्सीजन सिलेण्डर की तरह है। Reply
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संसार सागर की तरह है। संसार के उद्धार के लिये धर्म का आश्रय लेना चाहिए जो आक्सीजन की तरह है। अतः धर्म भी आक्सीजन सिलेण्डर की तरह है।