धर्म का प्रभाव
तीर्थों/गुरुओं के पास जाते हैं तो मन सुगंधि से भर जाता है, उसे घर तक कैसे बनायें रखें ?
बाग की सुगंधि का Essence बना कर घर पर ले आते हो, जब भी घर में दुर्गंध आती है तो सूंघ लेते हो,
ऐसे ही तीर्थों की विशुद्धि/ गुरुओं की शिक्षा मन में भर लाओ, ज़रूरत पर उस विशुद्धि को महसूस करो/ उपदेशों को याद कर लो।
One Response
जीवन में धर्म का प्रभाव होता रहता है,चाहे तीर्थों या गुरुओं के पास जाते हैं, इससे मन सुगंधि से भर जाता है लेकिन उसको घर तक कैसे बनाकर रखें, इसके लिए तीर्थों की विशुद्वी और गुरुओं की शिक्षा मन में भर लाना चाहिए, जरुरत पड़ने पर विशुद्वी को महसूस करो और उनके उपदेशों को याद करते रहना चाहिए ताकि धर्म का प्रभाव हमेशा बना रहे।