सच्चा धर्म अपराधों को क्षमा नहीं करता,
बल्कि सज़ा भुगतने के भाव तथा शक्ति देता है;
और
भविष्य में अपराध ना होने के संकल्प देता है ।
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धर्म का मतलब सम्यग्दर्शन,सम्यग्कज्ञान सम्यकचारित्र ही धर्म है या जो जीवों को संसार से दुखों से बचाकर मोक्ष सुख में पहुचावे वह धर्म है। अतः उक्त कथन सत्य है कि सच्चा धर्म अपराधों को क्षमा नहीं करता, बल्कि सजा भुगतने के भाव और शक्ति देता है और भविष्य में अपराध ना होने के संकल्प देता है
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धर्म का मतलब सम्यग्दर्शन,सम्यग्कज्ञान सम्यकचारित्र ही धर्म है या जो जीवों को संसार से दुखों से बचाकर मोक्ष सुख में पहुचावे वह धर्म है। अतः उक्त कथन सत्य है कि सच्चा धर्म अपराधों को क्षमा नहीं करता, बल्कि सजा भुगतने के भाव और शक्ति देता है और भविष्य में अपराध ना होने के संकल्प देता है