निमित्त की दासता नहीं, पर उपयोग करें ।
मोक्षमार्ग में भी निमित्त के बिना काम नहीं ।
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निमित्त—-जो कार्य के सहयोग हो या जिसके बिना कार्य न हो उसको कहते हैं।कुछ निमित्त, धर्म द़व्य आदि के समान उदासीन होते है और कुछ गुरु आदि के समान प़ेरक भी होते हैं।निमित्त की दासता नही होती है बल्कि उपयोग करना पड़ता है।अतः मोक्ष मार्ग में भी निमित्त के बिना नहीं हो सकता है।
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निमित्त—-जो कार्य के सहयोग हो या जिसके बिना कार्य न हो उसको कहते हैं।कुछ निमित्त, धर्म द़व्य आदि के समान उदासीन होते है और कुछ गुरु आदि के समान प़ेरक भी होते हैं।निमित्त की दासता नही होती है बल्कि उपयोग करना पड़ता है।अतः मोक्ष मार्ग में भी निमित्त के बिना नहीं हो सकता है।