परख
एक व्यक्ति का चयन होना था ।
उसे भोज पर बुलाया गया, सूप आया, मालिक नमक डाल कर पीने लगा, उसने भी नमक मिलाकर पी लिया ।
मालिक ने उसे फ़ेल कर दिया ।
कारण ?
बिना परखे निर्णय लेना ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
एक व्यक्ति का चयन होना था ।
उसे भोज पर बुलाया गया, सूप आया, मालिक नमक डाल कर पीने लगा, उसने भी नमक मिलाकर पी लिया ।
मालिक ने उसे फ़ेल कर दिया ।
कारण ?
बिना परखे निर्णय लेना ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
परख़ का मतलब जांच पड़ताल करना होता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में हर एक वस्तु या विचार की परख़ करना चाहिए। जीवन में बिना परख़ किये नक़ल नहीं करना चाहिए, इससे हमेशा असफलता मिलती है। अतः सोच समझ कर ही निर्णय लेना चाहिए।