1. परमाणुओं में बंध, उनमें स्निग्ध या रुक्ष गुणों के कारण होता है ।
2. परमाणुओं के शक्त्यांशों में –
I. 2 का अंतर होना चाहिये – आचार्य उमास्वामी
II. 2 या 2 से अधिक का अंतर होना चाहिये – श्री धवला जी
तभी बंध होगा ।
मुनि श्री प्रणम्य सागर जी/ पं.रतनलाल बैनाड़ा जी
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परमाणु का तात्पर्य पुदगल द़व्य के अविभागी अंश को कहते हैं,यह एक प़देशी होता है,सभी परमाणुओं में स्पर्श रस गंध व वर्ण आदि गुण पाए जाते हैं। परमाणु की उत्पत्ति स्कंध से होती है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
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परमाणु का तात्पर्य पुदगल द़व्य के अविभागी अंश को कहते हैं,यह एक प़देशी होता है,सभी परमाणुओं में स्पर्श रस गंध व वर्ण आदि गुण पाए जाते हैं। परमाणु की उत्पत्ति स्कंध से होती है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।