परोपकार
निकलता है, हर सुबह
एक नया सूरज;
यह बताने के लिए कि
उजाले बांट देने से
उजाले कम नहीं होते !
????????एकता????????
निकलता है, हर सुबह
एक नया सूरज;
यह बताने के लिए कि
उजाले बांट देने से
उजाले कम नहीं होते !
????????एकता????????
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
One Response
जैन धर्म में परोपकार का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। जो परोपकार करता है वह कभी नहीं सोचता है कि कोई उसका फल मिले । जैसे सूर्य और चन्द्रमा अपना उजाला सबको प़दान करते हैं। यही परोपकार की भावना हर मनुष्य में होना चाहिए, तभी सबका कल्याण होगा।