परोपकार
गरीब शिक्षक दूर स्कूल पैदल जाता था। कभी कोई अपने वाहन में बैठा लेता।
कुछ दिनों बाद उसने मोटर साइकिल खरीद ली। अब वह सबको Lift देने लगा। एक दिन उसकी मोटर साइकिल एक ठग छीन ले गया।
अगले दिन मोटर साइकिल उसके घर के बाहर खड़ी थी, साथ में एक चिट्ठी थी → जहाँ भी जाता हूँ, सब यही पूछते हैं, मास्टरजी की मोटरसाइकिल तुम्हारे पास कैसे आयी ? कबाड़ी भी खरीदने को तैयार नहीं है।
परोपकार का फल !
(एकता-पुणे)
One Response
जैन धर्म में परोपकार की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है! उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में कोई भी परोपकार का कार्य करता है उसका हमेशा फल अवश्य मिलता है, परोपकार पुण्य का कार्य होता है!