प्रतिभा / चारित्र

प्रतिभा का विकास, अनुकूल परिस्थिति में,
चारित्र का विषम, परिस्थितियों में ।

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One Response

  1. यह कथन बिलकुल सही है – – –
    चारित्र का विकास होना ही आवश्यक है, तभी प्रतिभा का विकास होगा ।
    चारित्र का विकास करने के लिए, धर्म से जुड़ना ही आवश्यक है ।

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