बदनाम
रास्ते और धर्म कभी बंद नहीं होते।
पर लुटेरे रास्तों को और धर्मात्मा कभी-कभी धर्म को बदनाम कर देते हैं।
मुनि श्री सुधासागर जी
रास्ते और धर्म कभी बंद नहीं होते।
पर लुटेरे रास्तों को और धर्मात्मा कभी-कभी धर्म को बदनाम कर देते हैं।
मुनि श्री सुधासागर जी
5 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि रास्ते और धर्म बंद नहीं होते हैं! कुछ लोग दोनों को बदनाम करने का प़यास करते हैं लेकिन रास्ते एवं धर्म कभी बंद नहीं होते हैं!
चोर लूटे राही को,
ढोंगी लूटे धर्म।
दोनों ऐसे धूर्त हैं,
आती नहीं है शर्म।।
Is post ke context me, ‘रास्ते और धर्म कभी बंद नहीं होते’ ka kya meaning hai, please ?
जिन रास्तों पर लूट होती है वे रास्ते बदनाम तो हो जाते हैं पर traffic चलता रहता है।
ऐसे ही नकली शिष्य/ गुरु धर्म को कुछ समय के लिए बदनाम तो कर देते हैं पर धर्म न कभी रुका है, न कभी रुकेगा।
Okay.