भक्ति

छाछ में मक्खन हो तो कोई बाधा नहीं, लेकिन मक्खन में छाछ नहीं होनी चाहिए।
कोयले में हीरा आ जाये तो कोई बाधा नहीं, लेकिन हीरा लेते हुए कोयला नहीं आना चाहिए।
ज़हर में मिलावट हो तो कोई बाधा नहीं, लेकिन मिठाई में ज़हर की मिलावट नहीं होनी चाहिये।
पानी में नाव हो तो कोई बाधा नहीं, लेकिन नाव में पानी नहीं होना चाहिये।

इसी तरह
संसार में रहते हुए प्रभु की याद आती है तो कोई बाधा नहीं,
परंतु
प्रभु भक्ति में संसार की याद नहीं आनी चाहिए।

(सुरेश)

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One Response

  1. Suresh Chandra Jain

    This is very very correct; Bhagwan ki bhakti karna hi sabse accha hai,then there will be no problem.

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