अपनी प्रेम करने वालों की सूची में, भगवान/ गुरु को कम से कम नीचे तो रख लो ।
Top पर तो वे अपने आप आ जायेंगे ।
चिंतन
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अरहॅन्त भगवान् को त्रिलोक गुरु कहते हैं, जबकि गुरु लोक में अध्यापक व माता-पिता को कहते हैं। जिन दीक्षा की देखभाल आचार्य व साधु मोक्ष मार्ग पर ले जाने का रास्ता दिखाते हैं। अतः उक्त कथन सत्य है कि अपने प़ेम करने वाली सूची में, भगवान् और गुरु को कम से कम नीचे तो रख लो जिससे वह टोप पर अपने आप आ सकते हैं।
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अरहॅन्त भगवान् को त्रिलोक गुरु कहते हैं, जबकि गुरु लोक में अध्यापक व माता-पिता को कहते हैं। जिन दीक्षा की देखभाल आचार्य व साधु मोक्ष मार्ग पर ले जाने का रास्ता दिखाते हैं। अतः उक्त कथन सत्य है कि अपने प़ेम करने वाली सूची में, भगवान् और गुरु को कम से कम नीचे तो रख लो जिससे वह टोप पर अपने आप आ सकते हैं।