भरत पुत्रों का ना बोलना

चूंकि वे नित्य-निगोद से आये थे, पूर्व के संस्कार ही नहीं थे रागद्वेष/बोलने के, इसीलिये भी वे नहीं बोलते थे ।

मुनि श्री सुधा सागर जी

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4 Responses

  1. यह कथन भी हो सकता है कि भरत की पुत्रों का बोलना इसलिये नहीं हुआ क्योंकि उनके पूर्व जन्म में राग द्वेष और आपित्ति जनक बोलने के कारण उनको इस भव में बोलने का अधिकार नहीं मिल सका था।

    1. वे गूंगे नहीं थे,
      तभी तो 8वर्ष पूरे होने पर भगवान से बोले।

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