यह सत्य है, कि भाग्य से पुण्य का संयोग मिले, तो पुरुषार्थ से उसका सदुपयोग करना चाहिए; तभी आपका कल्याण होगा । Reply
पिछले शुभ कर्म ही तो, आज का भाग्य है, उससे ही तो, अच्छे संयोग मिलते हैं । पर उनका सदुपयोग तो, पुरुषार्थ ही कराएगा न ! Reply
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यह सत्य है, कि भाग्य से पुण्य का संयोग मिले, तो पुरुषार्थ से उसका सदुपयोग करना चाहिए; तभी आपका कल्याण होगा ।
Explain it in detail.
पिछले शुभ कर्म ही तो, आज का भाग्य है,
उससे ही तो, अच्छे संयोग मिलते हैं ।
पर उनका सदुपयोग तो, पुरुषार्थ ही कराएगा न !