धर्म-भीरू कहना सही नहीं है, धर्म से डरा नहीं जाता।
संसार-भीरू धर्म करते हैं, यह सही है।
मुनि श्री सुधासागर जी
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2 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने भीरुता और धर्म की व्याख्या की गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में कभी धर्म से डरना नही चाहिए बल्कि धर्म जीवन का कल्याण करने में समर्थ रहता है।
बुरे करेंगे काम तो,
हमें मिलेगा नर्क।
भय के कारण धर्म है,
वरना बेड़ा गर्क।।
ज्यादातर लोग बुरे काम करने के बाद गंगा जी नहाने जाते हैं यह सोच कर कि कुछ धर्म करलो तो पाप धुल जाएंगे हालाकि ऐसा होता नहीं है।।
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने भीरुता और धर्म की व्याख्या की गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में कभी धर्म से डरना नही चाहिए बल्कि धर्म जीवन का कल्याण करने में समर्थ रहता है।
बुरे करेंगे काम तो,
हमें मिलेगा नर्क।
भय के कारण धर्म है,
वरना बेड़ा गर्क।।
ज्यादातर लोग बुरे काम करने के बाद गंगा जी नहाने जाते हैं यह सोच कर कि कुछ धर्म करलो तो पाप धुल जाएंगे हालाकि ऐसा होता नहीं है।।