मांगना
सम्यग्दृष्टि कुछ मांगे तो क्या वह मिथ्यादृष्टि हो जायेगा ?
भक्ति में मांगना सभ्यता है। सभ्यता व्यवहार है, संसार चलाने के लिये आवश्यक है।
यदि उसने मान लिया कि भगवान देते हैं तो वो मिथ्यादृष्टि।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
सम्यग्दृष्टि कुछ मांगे तो क्या वह मिथ्यादृष्टि हो जायेगा ?
भक्ति में मांगना सभ्यता है। सभ्यता व्यवहार है, संसार चलाने के लिये आवश्यक है।
यदि उसने मान लिया कि भगवान देते हैं तो वो मिथ्यादृष्टि।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने मांगना का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए भगवान् से मांगना उचित नहीं है।