मायाचारी धोखा देने के लिये ही नहीं, अपनी रक्षा के लिये भी प्रयोग होती है।
विशेष रूप से कमज़ोरों के द्वारा, इसीलिये स्त्रीयों में यह ज्यादा पायी जाती है।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने मायाचारी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन का कल्याण करने के लिए मायाचारी के भाव नहीं रहना चाहिए।
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने मायाचारी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन का कल्याण करने के लिए मायाचारी के भाव नहीं रहना चाहिए।