मोक्षमार्ग की साधना 4 प्रत्ययों से पूर्ण होती है –
1. अज्ञान निवृत्ति
2. पाप-विषय त्याग
3. आदान (व्रत ग्रहण)
4. उपेक्षा (विकल्पों की शून्यता)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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4 Responses
मोक्ष मार्ग का मतलब सम्यग्दर्शन सम्यक्ज्ञान और सम्यग्चारित्र तीनों की एकता।
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने मोक्ष मार्ग की साधना में चार उपाय बताए गए हैं। अज्ञान निवृत्ति,पाप विषय त्याग,व़त ग़हण एवं विकल्पों की शून्यता होना चाहिए।
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मोक्ष मार्ग का मतलब सम्यग्दर्शन सम्यक्ज्ञान और सम्यग्चारित्र तीनों की एकता।
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने मोक्ष मार्ग की साधना में चार उपाय बताए गए हैं। अज्ञान निवृत्ति,पाप विषय त्याग,व़त ग़हण एवं विकल्पों की शून्यता होना चाहिए।
‘प्रत्ययों’ ka kya meaning hai, please ?
प्रत्यय = कारण/ माध्यम।
Okay.