मोह
फलदार पेड़ों से फल गिरते रहते हैं,
पर
नये नये फल लगते रहते हैं ।
क्यों ?
क्योंकि मोह की जड़ें बड़ी गहरी हैं,
वे लगातार रस भेजती रहतीं हैं;
और
कर्म-फल लगने का सिलसिला टूटता नहीं ।
फलदार पेड़ों से फल गिरते रहते हैं,
पर
नये नये फल लगते रहते हैं ।
क्यों ?
क्योंकि मोह की जड़ें बड़ी गहरी हैं,
वे लगातार रस भेजती रहतीं हैं;
और
कर्म-फल लगने का सिलसिला टूटता नहीं ।
4 Responses
Suresh Chandra Jain
This is very true, moha ki jadein bahut khatarnak hoti hain,
isko tyagna padega; tabhi jivan safal hoga.
By “phal girna” and “lagna” , we mean “nirjara” and “asrav” respectively, right?
Right.
okay.