मौन

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3 Responses

  1. यह कथन सत्य है कि जीवन में मूक नहीं होना चाहिए बल्कि मौन रहना चाहिए। केवलज्ञान से पहले भगवान मौन के होता है ।

    1. मूक
      1) पापोदय से मूक (मूक-वधिर)
      2) नाराज़ी से चुप होना
      3) उदासीनता/ निराशा से न बोलना

      मौन
      संकल्प सहित ना बोलना/ बोलने के भाव भी नहीं रखना ।

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