विचार-विमर्श
मक्खन निकालने की बिलौनी जैसा होना चाहिये विचार-विमर्श ।
एक तरफ की ड़ोरी खिंचे तो दूसरी ओर की ढ़ीली हो, तब मक्खन निकलेगा ।
यदि दोनों ओर से रस्सी को अपनी अपनी ओर खींचते ही रहे ,तो कुछ भी सारगर्भित नहीं निकलेगा, सिर्फ समय की बर्बादी होगी ।
(रस्सी टूट जायेगी, गांठ वाली ड़ोरी से फिर मक्खन नहीं निकलेगा/आगे के विचार-विमर्श से भी कुछ हासिल नहीं हो पायेगा)
One Response
Now, times have changed. Younger generation not seen all above.Now is the time of “mixers”. Admn may consider to add to above in that technology also.