विवेक / आचरण

“जाग जाओ” यानि जाग (विवेक) + जाओ (आचरण करो, जागकर बैठे मत रहो)

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2 Responses

  1. उपरोक्त कथन सत्य है कि जाग यानी विवेक एवं जाओ यानी आचरण करो! अतः जीवन में अपना कल्याण करना हो तो विवेक एवं आचरण को अपनाना परम आवश्यक है!

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