वैभव के लिये झगड़े
जिस सीट के लिये इतनी मारपीट/झगड़ा किया, उसे स्टेशन आने पर छोड़कर चुपचाप चल देते हैं ।
अंत समय आने पर !
लालमणी भाई – चिंतन
जिस सीट के लिये इतनी मारपीट/झगड़ा किया, उसे स्टेशन आने पर छोड़कर चुपचाप चल देते हैं ।
अंत समय आने पर !
लालमणी भाई – चिंतन
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि आजकल मनुष्य वैभव के लिए झगड़ते रहते हैं लेकिन वह सब कुछ छोड़कर ही मरण होता है।
अतः जीवन में धर्म से जुड़कर अपने वैभव को त्याग कर अपना कल्याण कर सकते हैं।