व्यवस्था माने… तीर्थ भी जाना हो तो, A.C.class में confirm reservation, बढ़िया ठहरने का कमरा आदि, तो हो जाये । Reply
आजकल, अधिकांश लोग, व्यवस्था के लिए लगे रहते हैं, वही लोग अव्यवस्था के चक्कर में, फँस जाते हैं ।उनको सन्तुष्टी का, भाव रखना चाहिए; तभी कल्याण होगा । Reply
3 Responses
व्यवस्था को समझाने का कष्ट करें, जय जिनेन्द्र ।
व्यवस्था माने…
तीर्थ भी जाना हो तो, A.C.class में confirm reservation, बढ़िया ठहरने का कमरा आदि, तो हो जाये ।
आजकल, अधिकांश लोग, व्यवस्था के लिए लगे रहते हैं, वही लोग अव्यवस्था के चक्कर में, फँस जाते हैं ।उनको सन्तुष्टी का, भाव रखना चाहिए; तभी कल्याण होगा ।