श्रुतज्ञान
मतिज्ञान का Analysis श्रुतज्ञान है ।
श्रुतज्ञान के दो भेद होते हैं-
शब्दज – अंग तथा अंग बाह्य , लिंगज – आकार/बाह्यरुप।
पं.रतनलाल बैनाड़ा जी