एक श्वास में 8+10 बार में जो श्वास कहा है वह हमारी एक सांस (लेना) नहीं बल्कि “नाड़ी” (Pulse) है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
Share this on...
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि एक श्र्वास को पल्स यानी नाड़ी ही कहते हैं।जीवन का आधार नाड़ी पर ही होता है, यदि नाड़ी या पल्स नहीँ है तो उसकी मृत्यु निश्चित होती है।
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि एक श्र्वास को पल्स यानी नाड़ी ही कहते हैं।जीवन का आधार नाड़ी पर ही होता है, यदि नाड़ी या पल्स नहीँ है तो उसकी मृत्यु निश्चित होती है।