संसार- – संसरण या आवागमन करने को कहते हैं,जिसका अर्थ परिभ्रमण या परिवर्तन है अथवा कर्म के फलस्वरूप आत्मा को भवान्तर की प्राप्ति होना है। अतः उक्त कथन सत्य है कि संसार का कारण दखलंदाजी होती हैं। Reply
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संसार- – संसरण या आवागमन करने को कहते हैं,जिसका अर्थ परिभ्रमण या परिवर्तन है अथवा कर्म के फलस्वरूप आत्मा को भवान्तर की प्राप्ति होना है।
अतः उक्त कथन सत्य है कि संसार का कारण दखलंदाजी होती हैं।