संहनन
अयोग केवली के संहनन नहीं होता । उनके नोकर्म रूप औदारिक शरीर का सत्व मात्र है ।
नारकियों, देवों, विग्रहगति, आहारक शरीर और एक इन्द्रिय जीवों के भी संहनन नहीं होता ।
जिज्ञासा समाधान पेज – 39
अयोग केवली के संहनन नहीं होता । उनके नोकर्म रूप औदारिक शरीर का सत्व मात्र है ।
नारकियों, देवों, विग्रहगति, आहारक शरीर और एक इन्द्रिय जीवों के भी संहनन नहीं होता ।
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