समयप्रबद्ध

अनंत परमाणुओं की एक वर्गणा, अनंत वर्गणाओं का एक समयप्रबद्ध।
यह सिद्धों का अनंतवाँ भाग तथा अभव्यों से अनंतगुणा होता है। प्रति समय, समयप्रबद्ध आत्मा से जुड़ते रहते हैं।

शंका – तो क्या प्रतिसमय झरते भी समयप्रबद्ध ही हैं ?

योगेन्द्र

नहीं, झरते समय कम ज्यादा होते हैं।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकांड गाथा- 245)

(बंधते समय भी कम ज्यादा होते हैं, झरते समय घटते क्रम से – कमला बाई जी – मंडी बमौरा)

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6 Responses

  1. समयप़बद्व की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है।

  2. 1) ‘यह सिद्धों का अनंतवाँ भाग तथा अभव्यों से अनंतगुणा होता है।’ Yahan par bandhne ki baat ho rahi hai ya jharne ki ?
    2) झरते समय कम ज्यादा होते हैं ya घटते क्रम से ?

    1. महाराज जी ने बंधने वाले को ही समयप्रबद्ध कहा है। झरने वाले को मना किया है।

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