सम्पर्क = तेल-पानी,
संबंध = दूध-पानी,
संगति = आग-पानी या पानी-सोड़ियम ।
Share this on...
5 Responses
सम्पर्क तेल पानी की तरह होना चाहिए जबकि सम्बन्ध दूध पानी की तरह होना चाहिए जो एक दूसरे में मिल जाते जो अलग किये जा सकते है। संगति कैसी हो, आपको निणॅय लेना होता है यदि आग की तरह है वह जला सकती है. यदि पानी की तरह हो तो शीतलता पहुंचा सकती है। अतः संगति अच्छे लोगों से होना चाहिए जो जीवन को सफल बनाने में मदद मिले।
सम्पर्क में, तेल और पानी साथ में तो रहते हैं पर एकमेव नहीं होते ।
संगति 1) अच्छी में, पानी अग्नि का ताप शांत कर देता है।
2) बुरी में, पानी सोडियम की संगति पा ताप पैदा कर देता है।
संबंध में दोनों अपने अपने गुणों को बनाए रख कर एकमेव होते हैं जैसे दूध-पानी ।
संगति में एक दूसरे के गुण overcome हो जाते हैं/ किया जाता है जैसे आग-पानी ।
5 Responses
सम्पर्क तेल पानी की तरह होना चाहिए जबकि सम्बन्ध दूध पानी की तरह होना चाहिए जो एक दूसरे में मिल जाते जो अलग किये जा सकते है। संगति कैसी हो, आपको निणॅय लेना होता है यदि आग की तरह है वह जला सकती है. यदि पानी की तरह हो तो शीतलता पहुंचा सकती है। अतः संगति अच्छे लोगों से होना चाहिए जो जीवन को सफल बनाने में मदद मिले।
What is the difference between “Sampark” and “Sangati” please?
सम्पर्क में, तेल और पानी साथ में तो रहते हैं पर एकमेव नहीं होते ।
संगति 1) अच्छी में, पानी अग्नि का ताप शांत कर देता है।
2) बुरी में, पानी सोडियम की संगति पा ताप पैदा कर देता है।
To, “Sambandh” aur “Sangati” mein, kya concerned elements ekmev ho jaate hain?
संबंध में दोनों अपने अपने गुणों को बनाए रख कर एकमेव होते हैं जैसे दूध-पानी ।
संगति में एक दूसरे के गुण overcome हो जाते हैं/ किया जाता है जैसे आग-पानी ।