सलाह
कील वहीं ठोको, जहाँ अंदर चली जाए।
पत्थर पर ठोकोगे, तो वापस आकर तुम्हें ही घायल करेगी।
मुनि श्री अविचलसागर जी
कील वहीं ठोको, जहाँ अंदर चली जाए।
पत्थर पर ठोकोगे, तो वापस आकर तुम्हें ही घायल करेगी।
मुनि श्री अविचलसागर जी
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One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में सलाह का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।जब सलाह सही नहीं होती है,तब पत्थर पर कीलें ठोकोगे तो उछल कर आपको ही लगती है, अतः सलाह को ठोकों जहां अन्दर चली जाए। अतः जीवन में सलाह उसको देना चाहिए जो आपका कल्याण कर सकता है।