जब तक साधु, तब तक श्रावक;
साधु के ना रहने/उनको ना मानने पर मनुष्य तो रहेंगे पर साधुता रहित जैसे अनियंत्रित आणविक शक्ति ।
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3 Responses
यह कथन बिलकुल सही है कि श्रावक बनने के लिए साधुओं का सतसंग होना आवश्यक है।साधु का न होना या न मानना, वह मनुष्य जीवन में कभी भी अपने को नियंत्रण नहीं कर सकता है।अतः उचित होगा कि साधुओं का मार्गदर्शन लेना चाहिए तभी मनुष्य होकर श्रावक बन सकते हो।मनुष्य तो सभी हैं लेकिन श्रावक बन कर ही अपना कल्याण कर सकता है।
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यह कथन बिलकुल सही है कि श्रावक बनने के लिए साधुओं का सतसंग होना आवश्यक है।साधु का न होना या न मानना, वह मनुष्य जीवन में कभी भी अपने को नियंत्रण नहीं कर सकता है।अतः उचित होगा कि साधुओं का मार्गदर्शन लेना चाहिए तभी मनुष्य होकर श्रावक बन सकते हो।मनुष्य तो सभी हैं लेकिन श्रावक बन कर ही अपना कल्याण कर सकता है।
Can meaning of “आणविक शक्ति” be explained please?
Uncontrolled atomic energy.