सामायिक/छेदोपस्थापना/परिहार विशुद्धि
सामायिक – समस्त पाप कार्यों का त्याग,
छेदोपस्थापना – पाँच पापों का त्याग,
परिहार विशुद्धि – हिंसासे पूर्ण निवृत्ति
(तत्वार्थ सूत्र टीका – 9/18)
छठे गुणस्थान में सामायिक वाला, नौंवे गुणस्थान में छेदोपस्थापना चारित्र वाला हो सकता है और सातवें गुणस्थान परिहार विशुद्धि चारित्र वाला हो सकता है ।
चिंतन
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यह कथन सत्य है कि सामायिक/छेदोपस्थापना और परिहार विशुद्वी, यह तीनो आत्मा से परमात्मा की ओर बढने के आधार है।सामायिक में समस्त पाप कायोँ का त्याग बताया है, छेदोपस्थाना में पाँच पापो का त्याग कहा गया है जबकि परिहार विशुद्वी में हिंसा से पूर्ण निवृत्ति होना चाहिए।यह भी सही है कि छठे गुणस्थान में सामायिक वाला होता है।नौवें गुणस्थान में छेदोपस्थापना चरित्र वाला होता है जब कि सातवें गुणस्थान में परिहार में विशुद्वि चारित्र वाला होता है।