सुखकारी / हितकारी
सुख तात्कालिक होता है ।
हित कागज़ों में लगे पिन जैसा होता है जो जोड़कर तो रखता है पर चुभता भी है ।
क्यों ना हम Clip बन जाय – सुखकारी भी, हितकारी भी ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
सुख तात्कालिक होता है ।
हित कागज़ों में लगे पिन जैसा होता है जो जोड़कर तो रखता है पर चुभता भी है ।
क्यों ना हम Clip बन जाय – सुखकारी भी, हितकारी भी ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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One Response
हितकारी हमेशा सुख और दुख में मदद करता है। जब कि सुखकारी कुछ समय के लिए सुख दे सकता है जो स्थाई नहीं हो सकता है। सभी से अपेक्षा करता हूं कि हितकारी बनने का प्रयास करना चाहिए जो स्वयं ओर दूसरों के लिए हितकारी बन सके।