स्वभाव / विभाव

जीव का स्वभाव तो दया है तो हिंसक पशुओं में कैसे घटित करेंगे ?
पर्यायगत विभाव को स्वभाव कहने लगे हैं।
(मनुष्य पर्याय से अहिंसक है, उसने विभाव बना लिया है)

मुनि श्री मंगलानंदसागर जी

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