उपरोक्त कथन सत्य है कि एक आचार्य प़णीत ग़थ का स्वाध्याय हमेशा करना चाहिए क्योंकि इस प्रकार के ग़ंथो से वैराग्य और संवेग बना रहता है। Reply
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि एक आचार्य प़णीत ग़थ का स्वाध्याय हमेशा करना चाहिए क्योंकि इस प्रकार के ग़ंथो से वैराग्य और संवेग बना रहता है।