स्वास्थ्य
महाराज आपका स्वास्थ्य कैसा है ?
स्वास्थ्य 3 प्रकार से ख़राब होता है →
1. मानसिक….श्रद्धा की कमी से होता है।
2. पेट की ख़राबी से…. रसना की गृद्धता से।
3. कर्मोंदय से…. मन की दुर्बलता से।
साधुजनों के पहले दो तो होते नहीं, तीसरे में पापोदय तो होगा पर मन को सबल बनाये रखने से उसे कर्म काटने का माध्यम जानकर दुःख का कारण नहीं।
मुनि श्री मंगलानंदसागर जी
One Response
मुनि मंगलानंदसागर जी ने स्वास्थ्य की परिभाषा की गई है वह पूर्ण सत्य है! उपरोक्त कथन सत्य है कि मुनियों को कर्मोदय से होगा लेकिन मन को सबल बनाए रखने के लिए कर्म काटने का माध्यम जानकर दुख का कारण नहीं होता है! अतः श्रावकों को भी स्वास्थ्य को लिए मुनियों का आचरण देख कर सुधारने का प़यास करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है!