युद्ध में राम जाते थे तो भावना जीतने की रहती थी, हराने की नहीं । इसीलिये वे कर्मों को जीतकर भगवान बन गये । साधारण योद्धा, हराने के लिये युद्ध करता है कभी हारता है, कभी जीतता है पर मोक्ष नहीं जाता ।
चिंतन
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