पुण्य और शांति
प्यासा कौवा पानी से आधे भरे घड़े में पत्थरों को ड़ालता है*, और अपनी प्यास बुझा लेता है** ।
*पुण्य जमा करता है, जो भविष्य में फलित होते हैं ।
**वर्तमान में भी शीतलता पाता है ।
चिंतन
प्यासा कौवा पानी से आधे भरे घड़े में पत्थरों को ड़ालता है*, और अपनी प्यास बुझा लेता है** ।
*पुण्य जमा करता है, जो भविष्य में फलित होते हैं ।
**वर्तमान में भी शीतलता पाता है ।
चिंतन
One Response
great
realize the necessary knowledge
as that of the crow
to fill the tumbler
&
be happy