Month: November 2010

Time

One thing which you waste and cannot get back is the wasted time. ( Sri. R B Garg)

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अशुभोपयोग

अशुभोपयोग उस Spring वाले खिलौने जैसा है, जिसे दबाये रखो तो दबा रहेगा, छोड़ते ही सर उठा लेगा । मंदिर की ओर जाना – शुभोपयोग,

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निर्वाण/निर्माण

निर्वाण और निर्माण दौनों में ही ईंट पत्थर जमा किये जाते हैं । निर्माण में अधिक से अधिक जगह को चारों ओर से घेरा जाता

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दीपावली

विजय के बाद अपने घर की वापसी के महोत्सव को श्री राम और महावीर भगवान की तरह हम भी अपनी कमजोरियों पर विजय प्राप्त करके,

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जीवदया

क्या आप करोड़ों इंसानों को आग में जला कर तड़पा-तड़पा कर मारना चाहेंगे ? नहीं ना । तो आप उन करोड़ों जीवों को क्यों नहीं

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निंदा/प्रशंसा

कमजोर आदमी को गर्म हवा में लू लग जाती है, ठंड़ी हवा में ज़ुकाम । जो निंदा सुनकर नाराज़ और प्रशंसा से फूल जाते हैं

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शुद्धोपयोग

जैसे कमरे में कूद कर छत को छूना । शुद्धोपयोग मुनिराजों के इतने ही समय का होता है, बाकि समय वे शुभोपयोग में रहते हैं

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क्रोध

क्रोध करना हमारी मज़बूरी नहीं, कमज़ोरी है ।

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मंगल आशीष

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November 7, 2010

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