Month: January 2011

दान

कर बोले कर ही सुने, श्रवण सुने नहीं ताय । ( एक हाथ जब दूसरे हाथ की नब्ज़ देखता है तब कान को भी आवाज़

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वैभव/संसार

नाव पानी पर चले तो ठीक, पानी नाव में नहीं भरना चाहिये, वरना ड़ूब जायेगी । वैभव/संसार हमारे मन में न भर जाये, वरना हम

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आत्मकल्याण

34 साल पापी पेट के लिये काम किया, अब पापी (विकारी) आत्मा के लिये कुछ कर लूं । चिंतन

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जानकार

वे अंधेरे भले थे कि, कदम राह पर थे, ये रोशनी लाई है, मंज़िल से बहुत दूर हमें । (जानकारी की रोशनी में प्राय: हम

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Materialistic

PEOPLE are made to be loved and THINGS are for use. But we are using PEOPLE and loving THINGS. (MR. Dharmendra)

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संयमित जीवन

अपने जीवन को व्यवस्थित करने के लिये Time Table बनाते हैं, इसे बंधन ना मानें । यह तो हमें अधिक Tensions के बंधनों से मुक्त

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सलाह

तेल उबल रहा हो, तो पानी के छींटे ड़ाल कर ठंड़ा करने की कोशिश कभी मत करना । तेल और उफनेगा और आपके ऊपर भी छींटे

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निर्जरा

क्या निर्जरा आठों कर्मों की होती है ? नहीं, सात कर्मों की, आठवाँ आयु कर्म है, उसकी निर्जरा तो घात होगा । आचार्य श्री विद्यासागर

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नववर्ष

वाहनों में आगे देखने के लिये बड़ी सी Screen रहती है, पीछे देखने के लिये छोटा सा शीशा । (श्री एस. के. जैन ) Past

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मंगल आशीष

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