Day: February 10, 2011
क्रोध
February 10, 2011
क्रोध करने का अर्थ है दूसरों की गलतियों की सज़ा खुद को देना । आचार्य श्री विद्यासागर जी ( श्री कल्पेश भाई )
क्रोध करने का अर्थ है दूसरों की गलतियों की सज़ा खुद को देना । आचार्य श्री विद्यासागर जी ( श्री कल्पेश भाई )
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